उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क घटिया सामग्री से निर्माण कार्य करने वाली छह फर्मों पर 50-50 हजार का जुर्माना लगाया गया है. संबंधित ठेकेदारों के खिलाफ नोटिस जारी कर ब्लैक लिस्ट की कार्रवाई करने की चेतावनी दी है. नगरायुक्त के निर्देश पर छह वार्डों में निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया गया और एक्शन लिया गया है. कुछ जगहों पर कचरा मिली निर्माण सामग्री से कार्य होता मिला है. इस कार्रवाई से ठेकेदारों में हड़कंप मचा हुआ है.
वार्ड 27 मथुरापुर सीसी सड़क व नाली निर्माण का कार्य बाबू अली की फर्म ने किया. मै. बालाजी कंसट्रक्शन द्वारा वार्ड-37 मोहल्ला खड़ौआ में दयाशंकर के मकान से घाट तक और लिंक सड़कों में सीसी सड़क व नाली निर्माण कार्य शुरू किया. मैसर्स परिवर्तन कांट्रैक्टर द्वारा वार्ड 49 शास्त्रत्त्ीनगर में एन ब्लॉक में फारुख के मकान से फिरोज के मकान तक, महताब के मकान से गुलाब नबी के मकान तक, शमशाद हुसैन के मकान से शरीफ के मकान तक सीसी सड़क व नाली निर्माण कार्य हैं. दक्ष इंफ्राटेक द्वारा वार्ड 34 परतापुर चौधरी में रामपाल सक्सेना से पूर्व पार्षद आवास होते हुए नईम खां के मकान तक लिंक गलियों में नाली व सीसी सड़क निर्माण कार्य किया. जबकि वार्ड 45 में मै. बालाजी कंस्ट्रक्शन द्वारा और वार्ड 45 में ही मैसर्स एचके युनाइटेड द्वारा सड़क, नाली निर्माण कार्य किया गया. जिसकी गुणवत्ता मानकों के अनुसार नहीं मिली है. छह फर्म पर 50-50 हजार का जुर्माना लगाया गया है.
इंजीनियर से ज्यादा काबिल ठेकेदार, कचरे से बना रहे थे सड़क: कचरे से सड़कें बनेंगी केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने इसकी गाइडलाइन क्या जारी की, ठेकेदारों ने इसका इस्तेमाल घोटाले के लिए करना शुरू कर दिया. नगर निगम के इंजीनियरों से ज्यादा काबिल ठेकेदार बन गए हैं. ताजा मामला वार्ड 34 परतापुर चौधरी में रामपाल सक्सेना से पूर्व पार्षद आवास होते हुए नईम खां के मकान तक लिंक गलियों में नाली और सीसी सड़क निर्माण कार्य सामने आया है. कार्यदायी एजेंसी दक्ष इंफ्राटेक ने सारे नियम तोड़ दिए. शिकायत के बाद नगर निगम इंजीनियरों ने सड़क के सैंपल लिए और हैरानी की बात ये है कि जांच में निर्माण फेल पाया गया है. ठेकेदार निर्माण कार्य में सीएंडडी वेस्ट मटेरियल का इस्तेमाल करके सड़क बना दी. क्षेत्र के लोगों ने शिकायत की तो मामला पकड़ में आया है.
ठेकेदारों को चेतावनी के साथ दिया गया नोटिस
मुख्य अभियंता मनीष अवस्थी ने बताया कि छह फर्मों पर 50-50 हजार का जुर्माना लगाया गया है. निर्माण कार्य की गुणवत्ता सही न होने पर कार्रवाई की है. नोटिस दिए गए हैं, जिसमें कहा गया है कि यदि भविष्य में इस तरह की पुनरावृत्ति की गई तो ब्लैक लिस्ट की कार्रवाई भी की जाएगी. उन्होंने अन्य ठेकेदारों को भी सचेत किया है कि वह निर्माण कार्य पूरी गुणवत्ता के साथ करें अन्यथा की स्थिति में उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकती है.
नगरायुक्त रोजाना कर रहे हैं स्थलीय निरीक्षण
शहर में होने वाले कामों को परखने के लिए नगरायुक्त संजीव कुमार मौर्य ने खुद ही कमान संभाल ली है. रोजाना निर्माणाधीन कार्यों का निरीक्षण किया जा रहा है. जहां निर्माण कार्य मानक के अनुरूप नहीं मिल रहे वहां निर्माण विभाग की टीमों को भेजकर जांच कराई जा रही है. नगरायुक्त के निरीक्षण को लेकर ठेकेदारों को हड़कंप मचा है. नगरायुक्त कब कहा किस कार्य का निरीक्षण कर लें किसी को भनक तक नहीं मिल रही है.
अलाव लकड़ी की सप्लाई करने वाले ठेकेदार समेत छह अन्य फर्मों द्वारा मानकों के अनुसार कार्य न किए जाने पर 50-50 हजार का जुर्माना और नोटिस की कार्रवाई की है.
बरेली न्यूज़ डेस्क