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Allahabad मेडिकल कॉलेज से वापस लिए जाएं एमसीएच विंग के 21 करोड़

Bareilly  मेडिकल कॉलेज का नया द्वार खुला

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क  जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में  डीएम विशाख जी ने बेहद सख्त रुख अपनाया. उन्होंने जेएन मेडिकल कॉलेज में एमसीएच (मदर एंड चाइल्ड केयर यूनिट) विंग स्थापित न होने पर उसके लिए जारी 21 करोड़ रुपये से अधिक की रकम वापस लेने के निर्देश दिए. साथ में जिला मुख्यालय के अस्पतालों की आपात सेवाओं में हीलाहवाली पर सीएमएस से स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश दिए.

डीएम ने एनएचएम के तहत प्राप्त धनराशि की समीक्षा में पाया कि 2017-18 में जेएनएमसी को एमसीएच विंग की स्थापना के लिए लगभग 21 करोड़ की धनराशि दी गई. जिसकी कोविड काल में ऑनलाइन आधारशिला रखी गई. मगर यह योजना अभी तक धरातल पर नहीं आई है. जिसमें सौ बेड की यूनिट बनना प्रस्तावित थी. डीएम ने धनराशि वापसी के लिए एएमयू को पत्र लिखने के निर्देश दिए हैं. साथ में जिला मुख्यालय के चिकित्सालयों में आपातकालीन सेवाओं की स्थिति पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने सभी सीएमएस से स्पष्टीकरण प्राप्त करने के भी निर्देश दिए.

बैठक में क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत 7 दिसंबर से संचालित 100 दिवसीय सघन टीबी अभियान की प्रगति व सफलता पर मुख्यमंत्री के निर्देश के क्रम में कहा कि जनभागीदारी व अंतर्विभागीय समन्वय से व्यापक प्रचार प्रसार करें. लोगों से सहयोग लिया जाए. अधिक से अधिक नि:क्षय मित्र बनाए जाने, शत-प्रतिशत स्क्रीनिग कराने के निर्देश दिए. इसके लिए माइक्रोप्लान तैयार किया जाए. इसमें जनप्रतिनिधियों, राशन वितरण दुकानों, विद्यालयों व फार्मर रजिस्ट्री शिविरों को आपस में जोड़ते हुए नमूना एकत्रीकरण कार्य को वृहद स्तर पर कराएं. टीबी रोगियों को गोद लेने के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिए. डीएम ने सीडीओ को निर्देशित किया कि स्वास्थ्य सेवाओं की रैंडम जांच कराई जाए. साथ में नेत्र ज्योति अभियान के तहत कॉट्रैक्ट सर्जरी में सूची में नीचे के दो स्थानों पर रहने वाले सर्जन का स्पष्टीकरण प्राप्त करने के निर्देश दिए.

 

 

इलाहाबाद न्यूज़ डेस्क

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