उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क क्षेत्र के गांव पाइंदापुर के समीप से गुजर रहे किनामासा माइनर की शाम करीब चार बजे ओवर फ्लो होने की वजह से पटरी कट गई. खेत जलमग्न हो गए. सैकड़ों बीघा फसल जलमग्न होने का अनुमान है.
बता दें कि गोंडा-गोरई मार्ग पर माइनर के नए पुल का निर्माण हो रहा है. जिसके लिए माइनर में मिट्टी डाल कर बंद लगाया गया था. शाम करीब अचानक से विभाग ने लापरवाही दिखाते हुए माइनर में पीछे से पानी छोड़ दिया. जिस कारण माइनर ओवरफ्लो हो गया. नए पुल के पास कच्चे हिस्से से होकर पानी बढ़ने से पटरी कट गई. और पानी मगदा की ओर खेतों में बढ़ गया. करीब दो घंटे बाद पुल के बंद को खोला जा सका. तब जाकर पटरी बंद हुई. माइनर की पटरी काटने से सौ बीघा से अधिक जमीन में बोई गई आलू, गेंहू की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है. फिलहाल किसानों ने जेसीबी मंगाई और पानी की रोकथाम की. लेकिन इस पानी से लगभग हजार बीघा से ऊपर किसानों की फसल बर्बाद हो चुकी है. किसानों के गेहूं, आलू सब बेकार हो गए. इस पानी से सबसे ज्यादा फसल का नुकसान पायदापुर के किसानों का है. सभी किसानों का कहना है कि सिंचाई विभाग की लापरवाही से यह सब कुछ हुआ है.
भतीजे की रिहाई की पैरवी में हत्या का अंदेशा
इस हत्या के संबंध में संतराम की पत्नी सुनीता की ओर से गोधा के गांव अहक निवासी वीरपाल, लवकुश व अर्जुन के खिलाफ रंजिशन हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है. यह तीनों एक ही परिवार के हैं. मुकदमे में रंजिश का उल्लेख नहीं किया. मगर पुलिस को जो जानकारी दी है और अब तक की जांच में उजागर हुआ है कि संतराम की भाभी ने अपने एक वर्ष के बेटे को साथ लेकर गोधा अहक निवासी नामजदों के परिवार के युवक ने दूसरी शादी कर ली थी. कुछ माह पहले उस युवक की मौत हो गई. जिसमें युवक से दूसरी शादी करने वाली उसकी पत्नी व गोद के बेटे को पुलिस ने आत्महत्या के दुष्प्रेरण में जेल भेज दिया. अब संतराम अपनी भाभी से ज्यादा अपने भतीजे को जेल से निकालने के लिए प्रयासरत था. यह तभी संभव होगा, जब मां को जमानत मिलेगी. इसके चलते वे पैरवी में लगा हुआ था. पुलिस व परिवार को अंदेशा हैकि इसी रंजिश में पैरवी से रोकने को संतराम की हत्या की गईहै.
इलाहाबाद न्यूज़ डेस्क