उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क इंस्टीट्यूट फॉर सोशल डेमोक्रेसी की ओर से स्वराज विद्यापीठ में खुर्शीद स्मृति संवाद का आयोजन किया गया। इस अवसर पर नामचीन सामाजिक कार्यकर्ता व लेखक इरफान इंजीनियर ने विविधता और धर्म निरपेक्षता के आपसी रिश्ते भारत के संदर्भ में विषय पर विचार व्यक्त किए।
इरफान ने कहा कि देश की असली ताकत इसकी विविधता है। यह ताकत सांस्कृतिक ताने-बाने से जुड़ा है। दूसरा हमारे संविधान में धर्म निरपेक्ष राज्य से ही नहीं बल्कि समाज से भी संचालित होता है। देखा जाए तो इस समय विविधता और धर्म निरपेक्षता दोनों खतरे में है। लेकिन हमें मिलकर बुनियादी ताकतों से हर चुनौती का सामना करना होगा। अध्यक्षता लेखक सुरेन्द्र राही, संचालन सामाजिक कार्यकर्ता अंशू मालवीय ने किया। उत्पला शुक्ला ने खुर्शीद की कविताओं का पाठ किया। इस मौके पर प्रो. आर सी त्रिपाठी, प्रो. अनिता गोपेश, वरिष्ठ अधिवक्ता रवि किरण जैन, अविनाश मिश्र, हरीशचंद्र, आनंद मालवीय मौजूद रहे।
इलाहाबाद न्यूज़ डेस्क