Samachar Nama
×

Allahbad प्रबंधकों ने बेटों को बना दिया शिक्षक

Allahbad प्रबंधकों ने बेटों को बना दिया शिक्षक

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क  सहायता प्राप्त माध्यमिक संस्कृत विद्यालयों में संविदा शिक्षकों की नियुक्ति में भ्रष्टाचार की लगातार शिकायतें सामने आ रही हैं। अपने ही स्कूल में प्रबंधक के बेटे की नियुक्ति के बाद अब दो प्रबंधकों के स्कूलों में एक-दूसरे के बेटे के चयन की शिकायत हुई है।


श्री श्यामलाल शुक्ल संस्कृत उत्तर माध्यमिक विद्यालय अयोध्या कोरांव में महर्षि पाणिनी संस्कृत उत्तर माध्यमिक विद्यालय के प्रबंधक शतानंद शुक्ल के दो बेटों उर्मिलेश शुक्ल और कमलेश शुक्ल का चयन हुआ है। उर्मिलेश का चयन नव्य व्याकरण और कमलेश का सहायक अध्यापक साहित्य के पद पर हुआ है। यही नहीं शतानंद शुक्ल के भाई राजमणि शुक्ल के बेटे गिरीश शुक्ल का चयन भी श्री श्यामलाल शुक्ल विद्यालय कोरांव में सहायक अध्यापक नव्य व्याकरण पद पर हुआ है। मजे की बात है कि राजमणि शुक्ल इसी साल श्यामलाल शुक्ल विद्यालय से सेवानिवृत्त हुए हैं।
इसके बदले श्री श्यामलाल शुक्ल संस्कृत उत्तर माध्यमिक विद्यालय अयोध्या कोरांव के प्रबंधक दुर्गा प्रसाद शुक्ल के बेटे नागेश्वर प्रसाद शुक्ल का चयन महर्षि पाणिनी संस्कृत उत्तर माध्यमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक साहित्य के पद पर हुआ है। खास बात यह है कि जिनका चयन हुआ है उनके शैक्षिक गुणांक भले ही दूसरे अभ्यर्थियों से कम रहे हों लेकिन उन्हें साक्षात्कार में खूब अंक दिए गए। ताकि मेरिट में नाम ऊपर आ जाए। क्योंकि साक्षात्कार बोर्ड में प्रबंधक के प्रतिनिधि शामिल थे। जिला विद्यालय निरीक्षक आरएन विश्वकर्मा का कहना है कि शासनादेश में इस बात का कहीं उल्लेख नहीं है कि मानदेय पर संविदा शिक्षकों की नियुक्ति में प्रबंधक के बेटे या रिश्तेदार का चयन नहीं हो सकता।चयनित शिक्षकों को शैक्षिक सत्र 2021-22 और 2022-23 (ग्रीष्मावकाश छोड़कर) या नियमित चयन होने तक 15 हजार रुपये प्रतिमाह पर पढ़ाने का मौका मिलेगा।
इलाहाबाद न्यूज़ डेस्क

Share this story