उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क कमिश्नरेट में ‘पुलिस का पंच’ 2025 में अपराधों पर अंकुश लगाएगा. परिणाम विपरीत आएंगे तो थाना प्रभारियों और चौकी प्रभारियों की कुर्सी हिलेगी. वाहन चोरी, घरों में चोरी, साइबर क्राइम और महिला अपराध का ग्राफ वर्ष 2024 से आधा करना है. ऑपरेशन कनविक्शन के तहत सजाएं वर्ष 2024 से दोगुनी करानी हैं. इसके लिए पुलिस को नए साल के पहले दिन से काम में जुटना पड़ेगी.
पुलिस आयुक्त जे रविन्दर गौड चाहते हैं कि कमिश्नरेट बनने के बेहतर परिणाम जनता को महसूस करे. अभी कोई लूट होती है तो टीम उसके खुलासे में जुट जाती है. भले ही बाइक सवार बदमाशों ने एक मोबाइल लूटा हो. इसके विपरीत किसी के घर में लाखों की चोरी हो जाए तो पुलिस उसके खुलासे में ज्यादा मशक्कत नहीं करती. अधिकारी भी घटना स्थल का निरीक्षण नहीं करते. एसीपी चोरी की घटनाओं पर मौके पर नहीं जाते हैं. इसी तरह वाहन चोरी. मध्यम वर्गीय परिवार के लोग कैसे-कैसे रुपये जोड़कर वाहन खरीदते हैं. वाहन एक झटके में चोरी हो जाता है. उसके बाद वे थाने और चौकी के चक्कर काटते हैं. बीमा कंपनी से क्लेम लेने में महीनों लग जाते हैं. पुलिस को ऐसे लोगों के दर्द को महसूस करना होगा.
साइबर क्राइम की भी स्थिति कुछ ऐसी है. पुलिस अभी उसे गंभीरता से नहीं लेती. खुलासा बेहद जरूरी है. ऐसा खुलासा किसी काम का नहीं होता जिसमें पीड़ित की रकम वापस नहीं मिले. वर्ष 2025 में पुलिस टारगेट के साथ काम करेगी. वर्ष 2024 से भी बेहतर परिणाम देने हैं. वाहन चोरी और नकबजनी का ग्राफ आधे पर लेकर आना है. इसके लिए सभी की जिम्मेदारियां तय होंगी.
सजा की संख्या करनी है दोगुनी
डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने बताया कि किस थाना क्षेत्र में वाहन चोरी, नकबजनी ज्यादा होती है. यह चिन्हित कर लिया गया है. इलाके भी चिन्हित है. बड़ी संख्या में ऐसे स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए हैं. अपराध का ग्राफ तो कम करना ही साथ ही पुलिस को ऑपरेशन कनविक्शन के लिए भी कड़ी मेहनत करनी है. सजा का ग्राफ और ऊपर लेकर जाना है. वर्ष 2024 से ग्राफ ऊपर जाएगा तभी पुलिस पर लोगों का भरोसा बढ़ेगा.
अलीगढ़ न्यूज़ डेस्क