8, 9, 10, 11, 12, 15, 20 या 25 लाख रूपए... Budget 2025 के नए Tax स्लैब में आपको क्या हुआ फायदा, एक क्लिक में समझिए पूरा गणित

बजट 2025 पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इनकम टैक्स स्लैब में कुछ अहम बदलाव किए हैं। अगर इस बार की इनकम टैक्स दरों की तुलना पिछले स्लैब से की जाए तो कई करदाताओं को राहत मिली है। खास तौर पर 8 लाख से 25 लाख तक की आय वालों को टैक्स में सीधा फायदा मिल रहा है। आपकी सैलरी चाहे 8 लाख हो या 9 लाख या 12, 15 या 25 लाख रुपए, तो आप नए टैक्स स्लैब, पुरानी दरों और टैक्स बचत का पूरा गणित समझ सकते हैं।
1. नए और पुराने इनकम टैक्स स्लैब की तुलना
इस बार वित्त अधिनियम 2024 के तहत नए टैक्स स्लैब प्रस्तावित किए गए हैं। नीचे दी गई तालिका पिछली और नई टैक्स दरों की तुलना करती है और यह भी बताती है कि आपकी टैक्स बचत कितनी होगी।
2. नए इनकम टैक्स स्लैब से किसे फायदा होगा?
मध्यम आय वर्ग (₹8 लाख - ₹15 लाख)
अगर आपकी आय 8 लाख से 15 लाख के बीच है, तो आपको ₹30,000 से ₹50,000 तक की टैक्स बचत होगी। खास तौर पर 10 लाख तक की आय वालों को ₹50,000 तक का सीधा लाभ मिल रहा है।
उच्च आय वर्ग (₹15 लाख - ₹25 लाख)
अगर आपकी आय 15 लाख से 25 लाख के बीच है, तो आपकी टैक्स बचत ₹35,000 से ₹1,10,000 तक हो सकती है। जितनी ज़्यादा आय होगी, उतना ज़्यादा फ़ायदा होगा।
3. क्या यह आयकर स्लैब सही दिशा में बदलाव है?
नई आयकर नीति 2025 करदाताओं, खास तौर पर मध्यम वर्ग और उच्च मध्यम वर्ग के लिए बड़ी राहत लेकर आई है। पहले के मुकाबले टैक्स की दरें कम की गई हैं, जिससे लोगों को ज़्यादा बचत होगी और उनकी खर्च करने की क्षमता बढ़ेगी।
Total Income | Tax as per existing rates | Tax as per proposed rates | Benefit of Rate/Slab | Rebate Benefit | Total Benefit |
---|---|---|---|---|---|
8 लाख | 30,000 | 20,000 | 10,000 | 20,000 | 30,000 |
9 लाख | 40,000 | 30,000 | 10,000 | 30,000 | 40,000 |
10 लाख | 50,000 | 40,000 | 10,000 | 40,000 | 50,000 |
11 लाख | 65,000 | 50,000 | 15,000 | 50,000 | 65,000 |
12 लाख | 80,000 | 60,000 | 20,000 | 60,000 | 80,000 |
13 लाख | 1,00,000 | 75,000 | 25,000 | 0 | 25,000 |
14 लाख | 1,20,000 | 90,000 | 30,000 | 0 | 30,000 |
15 लाख | 1,40,000 | 1,05,000 | 35,000 | 0 | 35,000 |
16 लाख | 1,70,000 | 1,20,000 | 50,000 | 0 | 50,000 |
17 लाख | 2,00,000 | 1,40,000 | 60,000 | 0 | 60,000 |
18 लाख | 2,30,000 | 1,60,000 | 70,000 | 0 | 70,000 |
19 लाख | 2,60,000 | 1,80,000 | 80,000 | 0 | 80,000 |
20 लाख | 2,90,000 | 2,00,000 | 90,000 | 0 | 90,000 |
21 लाख | 3,20,000 | 2,25,000 | 95,000 | 0 | 95,000 |
22 लाख | 3,50,000 | 2,50,000 | 1,00,000 | 0 | 1,00,000 |
23 लाख | 3,80,000 | 2,75,000 | 1,05,000 | 0 | 1,05,000 |
24 लाख | 4,10,000 | 3,00,000 | 1,10,000 | 0 | 1,10,000 |
25 लाख | 4,40,000 | 3,30,000 | 1,10,000 | 0 | 1,10,000 |
मुख्य लाभ
कर की दरें कम की गई हैं, जिससे करदाताओं की जेब में ज़्यादा पैसे आएंगे।
छूट का लाभ, जिससे ₹8-12 लाख वालों को ज़्यादा बचत करने में मदद मिलेगी।
बजट 2025 के नए टैक्स स्लैब से करदाताओं को राहत मिली है।
कुछ सुधार की ज़रूरत
कई करदाताओं को अभी भी मानक कटौती या अतिरिक्त छूट की ज़रूरत होगी।
25 लाख से ज़्यादा आय वालों को ज़्यादा टैक्स देना पड़ सकता है।
इस बजट से आपको कितना फ़ायदा हुआ?
बजट 2025 में मध्यम और उच्च आय वर्ग को कुछ राहत दी गई है। नई कर प्रणाली के तहत कई करदाताओं को ₹1,10,000 तक की कर बचत होगी। हालांकि, कुछ लोगों पर अभी भी कर का बोझ बना हुआ है, लेकिन कुल मिलाकर यह बजट करदाताओं के लिए राहत भरा है। अगर आप भी अपनी आयकर योजना बना रहे हैं, तो नए टैक्स स्लैब को ध्यान में रखते हुए अपनी वित्तीय योजना बनाएँ। सुनिश्चित करें कि आप सही कर बचत साधनों का उपयोग करें ताकि आप ज़्यादा से ज़्यादा बचत कर सकें।