हरिद्वार में कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर्व पर पुलिस ने की विशेष यातायात व्यवस्था लागू
उत्तराखंड के हरिद्वार में कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर्व पर लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने विशेष यातायात और पार्किंग योजना तैयार की है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य स्नान पर्व के दौरान यातायात को सुचारू और सुरक्षित बनाना है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह विशेष यातायात योजना मंगलवार शाम छह बजे से प्रभावी होगी और स्नान पर्व की समाप्ति तक लागू रहेगी। योजना के तहत शहर में भारी वाहनों का प्रवेश पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा। इसके अलावा, श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों की सुविधा के लिए अलग-अलग मार्गों और पार्किंग क्षेत्रों को चिन्हित किया गया है।
यातायात प्रबंधकों ने बताया कि स्नान पर्व के दौरान घटनास्थल और आसपास के मार्गों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किए जाएंगे। इसके अलावा, प्रमुख चौराहों और पुलों पर यातायात नियंत्रण के लिए ट्रैफिक सिग्नल और फ्लैगमैन लगाए जाएंगे, ताकि भीड़ के बीच वाहनों का प्रवाह नियमित रूप से चलता रहे।
सुरक्षा और यातायात के मद्देनजर, विशेष पार्किंग जोन बनाए गए हैं, जहां श्रद्धालु अपने वाहन खड़े कर स्नान स्थलों तक पैदल जा सकेंगे। इन पार्किंग क्षेत्रों में पुलिस और होमगार्ड की टीम मौजूद रहेगी, ताकि वाहन सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे निर्धारित मार्गों का ही उपयोग करें और शहर में बिना अनुमति के भारी वाहन न लेकर आएं। इससे न केवल यातायात सुचारू रहेगा, बल्कि दुर्घटना की संभावना भी कम होगी।
स्नान पर्व के दौरान सुरक्षा और यातायात प्रबंधन के लिए प्रशासन ने सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन निगरानी का भी उपयोग किया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि इससे भीड़ के बहाव पर नजर रखी जा सकेगी और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कदम उठाए जा सकेंगे।
हरिद्वार पुलिस ने इस अवसर पर कहा कि इस विशेष योजना का उद्देश्य केवल यातायात को नियंत्रित करना ही नहीं, बल्कि श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करना भी है। इसके लिए प्रशासन ने पहले से ही आपातकालीन सेवाओं और मेडिकल टीमों को भी तैनात कर दिया है।
विशेषज्ञों का कहना है कि कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर्व के समय हरिद्वार में लाखों लोग गंगा के तट पर स्नान करने आते हैं। इसलिए इस तरह की यातायात और पार्किंग योजना जरूरी है, ताकि भीड़-भाड़ और वाहन जाम जैसी समस्याओं से बचा जा सके।
इस वर्ष की योजना में तकनीकी और प्रशासनिक दोनों उपायों को शामिल किया गया है। अधिकारियों का कहना है कि श्रद्धालुओं को सुरक्षित और व्यवस्थित रूप से स्नान का अवसर मिले, इसके लिए हर संभव प्रयास किया गया है।
इस प्रकार, हरिद्वार में कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर्व पर लागू की गई विशेष यातायात और पार्किंग योजना सुरक्षा, सुविधा और सुचारू संचालन को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई है, ताकि पर्व का आनंद श्रद्धालु पूरी श्रद्धा और सुरक्षा के साथ ले सकें।