×

राजस्थान में बारिश से रेगिस्तान की लूणी नदी में फिर दिखी पानी की झलक,  बहाव देख लोगो के जोरदार जश्न का सामने आया वीडियो 

 

राजस्थान में बीते कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश के बाद सूखी पड़ी लूणी नदी में इस साल भी जलधारा बहने लगी है। गुरुवार सुबह जब लूणी नदी का पानी अजमेर और जोधपुर होते हुए बालोतरा के रेगिस्तानी इलाकों तक पहुंचा, तो ग्रामीणों में उत्साह और उल्लास का माहौल छा गया। नदी में पानी आते ही महिलाएं और पुरुष ढोल-थाली के साथ नाचते-गाते नदी के किनारे पहुंच गए और पानी का स्वागत किया।

<a style="border: 0px; overflow: hidden" href=https://youtube.com/embed/rPMcM4aOLCA?autoplay=1&mute=1><img src=https://img.youtube.com/vi/rPMcM4aOLCA/hqdefault.jpg alt=""><span><div class="youtube_play"></div></span></a>" style="border: 0px; overflow: hidden;" width="640">

रेगिस्तान में नाच-गाकर किया स्वागत

बालोतरा और आसपास के गांवों में गुरुवार का दिन किसी त्योहार से कम नहीं रहा। ग्रामीणों ने लूणी नदी में बहते पानी को देखकर ढोल-थाली बजाई और पारंपरिक गीतों पर झूमते हुए आभार व्यक्त किया। कई स्थानों पर ग्रामीणों ने पारंपरिक पोशाक पहनकर सांस्कृतिक नृत्य प्रस्तुत किए और बरसात की कृपा का धन्यवाद दिया।

नदी को पहनाई गई चुनरी, की गई पूजा

लूणी नदी को लेकर यहां की ग्रामीण आस्था भी देखने लायक रही। स्थानीय महिलाओं ने नदी को "मां" का स्वरूप मानते हुए उसे चुनरी ओढ़ाई और पूजा-अर्चना की। लोगों ने दीप जलाकर और नारियल चढ़ाकर जलधारा का स्वागत किया। ग्रामीणों का कहना है कि यह नदी क्षेत्र के लिए जीवनदायिनी है, और जब भी इसमें पानी आता है, वह किसी वरदान से कम नहीं होता।

तीसरे साल आया बहाव, उम्मीदें भी बह निकलीं

लूणी नदी में लगातार तीसरे वर्ष जलधारा बहने से क्षेत्र के किसानों और पशुपालकों के चेहरे पर उम्मीद की किरण दिखाई दे रही है। लंबे समय तक सूखी रहने वाली यह नदी अब धीरे-धीरे वर्षा ऋतु में सक्रिय होने लगी है। ग्रामीणों का मानना है कि नदी में पानी आना अच्छे मानसून और फसलों की भरपूर पैदावार का संकेत है।

क्या है लूणी नदी?

लूणी नदी राजस्थान की एक प्रमुख अंतर्देशीय नदी है जो अजमेर जिले के नाग पहाड़ियों से निकलकर जोधपुर, बाड़मेर और जैसलमेर जिलों से होती हुई अंततः गुजरात की सीमा में जाकर विलीन हो जाती है। यह नदी अधिकांश समय सूखी रहती है, लेकिन अच्छी बारिश होने पर इसका बहाव रेगिस्तानी इलाकों के लिए अमृत समान हो जाता है।

प्रशासन और ग्रामीणों की सतर्कता

पानी के बहाव के साथ ही प्रशासन की ओर से भी अलर्ट जारी किया गया है। नदी के किनारों पर रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी गई है। साथ ही ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे नदी के तेज बहाव वाले हिस्सों से दूर रहें और बच्चों को भी नदी के पास न जाने दें।