चार साल के मासूम के सामने मां ने लगाई फांसी, सुसाइड नोट में युवक को ठहराया जिम्मेदार
शहर के हजीरा थाना क्षेत्र स्थित बिरला नगर इलाके में सोमवार को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां 30 वर्षीय महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस दर्दनाक घटना की सबसे मार्मिक बात यह रही कि महिला का चार वर्षीय बेटा उसी कमरे में मौजूद था, जब उसकी मां ने यह खौफनाक कदम उठाया।
कमरे में सो रहा था मासूम, मां ने दे दी जान
पुलिस के अनुसार, मृतका का चार वर्षीय पुत्र कमरे में सो रहा था, और जब वह सुबह उठा, तो मां को फांसी के फंदे पर झूलते देखा। पड़ोसियों ने बच्चे के रोने-चिल्लाने की आवाज सुनी और तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला के शव को फंदे से नीचे उतारा और मामले की जांच शुरू की।
सुसाइड नोट में युवक का नाम
घटनास्थल से पुलिस को एक सुसाइड नोट बरामद हुआ, जिसमें महिला ने अपनी मौत के लिए लोकेंद्र शेखावत नामक युवक को जिम्मेदार ठहराया है। सुसाइड नोट में महिला ने लिखा है कि लोकेंद्र ने उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया और वह अब और सहन नहीं कर पा रही थी। पुलिस ने सुसाइड नोट को जब्त कर लिया है और मामले की गंभीरता से जांच शुरू कर दी है।
आत्महत्या के पीछे क्या है पूरा मामला?
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि महिला और लोकेंद्र शेखावत के बीच व्यक्तिगत संबंध थे, जो तनावपूर्ण हो गए थे। महिला लंबे समय से मानसिक दबाव में थी और कई बार अपने परिचितों से इस संबंध में परेशानी जताई थी। हालांकि, अभी तक इस बारे में विस्तृत जानकारी नहीं मिल पाई है।
पुलिस ने दर्ज किया मामला, युवक की तलाश जारी
हजीरा थाना पुलिस ने लोकेंद्र शेखावत के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी घटना के बाद से फरार है, और उसकी तलाश में टीमें रवाना कर दी गई हैं। महिला के मोबाइल फोन और अन्य डिजिटल साक्ष्यों की भी जांच की जा रही है।
समाज को झकझोरने वाली घटना
इस घटना ने स्थानीय लोगों को स्तब्ध कर दिया है। महिला का चार वर्षीय बेटा अभी घबराया और सदमे में है। पड़ोसियों और रिश्तेदारों ने प्रशासन से मांग की है कि बच्चे की उचित देखभाल और मनोवैज्ञानिक काउंसलिंग कराई जाए। यह घटना सिर्फ एक आत्महत्या नहीं, बल्कि समाज की उन खामियों का आईना है, जहां महिलाएं अब भी मानसिक प्रताड़ना का शिकार हो रही हैं।