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हरियाणा में लाडो लक्ष्मी योजना 96% महिलाओं के साथ धोखा…AAP के अनुराग ढांडा ने उठाया सवाल

 

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनुराग ढांडा ने शनिवार को हरियाणा की भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पंचकूला में एक विशाल मंच और कैमरों के सामने दीनदयाल लाडो लक्ष्मी योजना की पहली किस्त की घोषणा की, लेकिन यह महिलाओं के साथ सबसे बड़ा चुनावी धोखा है।

अनुराग ढांडा ने कहा कि चुनाव से पहले भाजपा ने हरियाणा की हर महिला को हर महीने 2,100 रुपये देने का वादा किया था, लेकिन अब जब यह योजना शुरू हो गई है, तो हकीकत यह है कि 1.4 करोड़ महिलाओं में से केवल 3.73 प्रतिशत महिलाओं के खातों में ही पैसा पहुँचा है। यानी 96.27 प्रतिशत महिलाओं के साथ धोखा हुआ है। भाजपा ने हर महिला को लाभ देने का वादा किया था, लेकिन अब भाजपा सरकार जानबूझकर शर्तें थोप रही है।

लाडो योजना की शर्तों पर सवाल
ढांडा ने कहा कि सरकार ने ऐसी शर्तें लगा दी हैं कि ज़्यादातर महिलाएं स्वतः ही इससे बाहर हो गई हैं। परिवार की वार्षिक आय ₹1 लाख से कम हो, आयु 23 वर्ष से अधिक हो, और यदि महिला का पति हरियाणा से बाहर का है या परिवार में किसी को पहले से पेंशन मिल रही है, तो उन्हें भी इस योजना से बाहर रखा गया है। गरीब परिवारों की लड़कियाँ, कॉलेज जाने वाली लड़कियाँ, नई बहुएँ और विधवाएँ, सभी को इस योजना से बाहर रखा गया है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने मंच से फोटो खिंचवाकर दिखाया कि सरकार महिलाओं को सशक्त बना रही है, लेकिन सच्चाई यह है कि यह कोई योजना नहीं, बल्कि महिलाओं के साथ एक मज़ाक है। भाजपा ने महिलाओं को सशक्त नहीं, बल्कि उनका अपमान किया है। यह लाडो लक्ष्मी योजना नहीं, बल्कि लूटो लक्ष्मी योजना है, जिसमें करोड़ों का वादा किया गया था, लेकिन लाभ कुछ हज़ार लोगों को ही मिला।

भाजपा अपने ही प्रचार में उलझी हुई है
अनुराग ढांडा ने कहा कि भाजपा को महिलाओं की पीड़ा दिखाई नहीं दे रही, उसे तो बस अपने ही प्रचार की चिंता है। मुख्यमंत्री के पास प्रचार के लिए समय तो है, लेकिन आम महिलाओं के लिए न तो नीयत है, न नीति और न ही चाहत। उन्होंने कहा कि अब महिलाएं भाजपा के झूठे वादों में फंसकर रह जाएँगी। उन्होंने सब कुछ देखा है: मंच, भाषण और झूठ। उन्होंने कहा कि भाजपा को अब 2,100 रुपये का नहीं, बल्कि महिलाओं द्वारा दिए गए हर वोट का हिसाब देना होगा। हरियाणा की बेटियाँ अब चुप नहीं रहेंगी, अपने अधिकारों के लिए लड़ेंगी।