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बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का प्रचार थमा, फुटेज में जानें 6 नवंबर को 18 जिलों की इन 121 सीटों पर होगा मतदान

 

बिहार में विधानसभा चुनाव के पहले चरण की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। पहले चरण की सीटों पर प्रचार अभियान मंगलवार, 4 नवंबर की शाम 5 बजे थम गया, जिसके बाद अब सभी दलों के नेता और प्रत्याशी मतदान दिवस से पहले अंतिम रणनीति तय करने में जुट गए हैं। राज्य में 6 नवंबर को पहले चरण के तहत 18 जिलों की 121 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा।

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निर्वाचन आयोग के अनुसार, इस चरण में जिन जिलों में वोटिंग होनी है, उनमें गया, औरंगाबाद, नवादा, जमुई, बांका, भागलपुर, मुंगेर, रोहतास, कैमूर, बक्सर, भोजपुर, पटना, नालंदा, लखीसराय, शेखपुरा, बेगूसराय, खगड़िया और मुजफ्फरपुर जैसे प्रमुख जिले शामिल हैं। आयोग ने मतदान को लेकर सभी जिलों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं।

राज्य भर में सोमवार तक प्रचार का माहौल चरम पर रहा। सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और महागठबंधन (आरजेडी, कांग्रेस और वाम दल) ने मतदाताओं को लुभाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने अलग-अलग सभाओं में जनता से अपने-अपने उम्मीदवारों को समर्थन देने की अपील की।

प्रचार थमने के बाद अब उम्मीदवार केवल घर-घर संपर्क और व्यक्तिगत बातचीत के माध्यम से मतदाताओं तक पहुंच सकते हैं। चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि प्रचार की समयसीमा खत्म होने के बाद किसी भी प्रकार का सार्वजनिक आयोजन, रैली या नारेबाजी आचार संहिता का उल्लंघन मानी जाएगी।

इस बीच, मंगलवार को चुनाव आयोग ने आचार संहिता उल्लंघन के मामले में केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। यह मामला पटना के एक थाने में दर्ज हुआ है। आयोग के मुताबिक, ललन सिंह ने प्रचार अवधि के दौरान निर्वाचन नियमों का उल्लंघन किया था। हालांकि, इस मामले में उनकी ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।

चुनाव आयोग ने बताया कि मतदान के दौरान केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती की जाएगी ताकि किसी भी प्रकार की हिंसा या गड़बड़ी को रोका जा सके। संवेदनशील और अतिसंवेदनशील बूथों पर विशेष निगरानी रखी जाएगी। साथ ही, सभी मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग और सीसीटीवी निगरानी की भी व्यवस्था की गई है।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पहले चरण का चुनाव एनडीए और महागठबंधन दोनों के लिए बेहद अहम है, क्योंकि इससे आगे के चरणों में मतदाताओं का रुझान तय हो सकता है। खास तौर पर दक्षिण और मध्य बिहार की सीटों पर मुकाबला कड़ा रहने की उम्मीद है। चुनाव आयोग ने मतदाताओं से अपील की है कि वे लोकतंत्र के इस पर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और 6 नवंबर को अपने मताधिकार का प्रयोग करें। मतदान सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक होगा।