राजस्थान में यहां शादी-ब्याह में अब डीजे, कपड़े और बर्तन पर रहेगी पाबंदी, जानें वजह
वागड़ वाल्मीकि भील समाज संस्थान की जिला स्तरीय बैठक भीमपुर स्थित नरसिंह माता मंदिर में आयोजित की गई। भीमपुर मंडल अध्यक्ष रामलाल कलासुआ ने बैठक की अध्यक्षता की। जिला अध्यक्ष गौतम लाल डिंडोर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, जबकि 28 मंडलों और चार चौखालों के अध्यक्षों को विशिष्ट अतिथि के रूप में सम्मानित किया गया।
बैठक में जिला अध्यक्ष गौतम लाल डिंडोर ने युवाओं से समाज के विकास के लिए शिक्षा, व्यवसाय और सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लेने का आह्वान किया। उन्होंने युवाओं से नशाखोरी और सामाजिक बुराइयों को दूर करने के लिए सक्रिय रूप से कार्य करने का आग्रह किया। जिला सचिव भैरूलाल राठौड़ ने सामाजिक सुधार के लिए नियम प्रस्तावित किए, जिसमें दहेज प्रथा को पूरी तरह से समाप्त करने और कन्यादान समारोह में माता-पिता और भाइयों को यथासंभव योगदान देने को कहा गया।
नोत्रा प्रथा को कम करने के प्रयास
इसके अलावा, नोत्रा प्रथा को कम करने, होली के धुनोत्सव में केवल परिवार के सदस्यों को शामिल करने और अंतिम संस्कार के भोजन में केवल दाल-चावल परोसने के सुझाव दिए गए। बैठक में समुदाय के विवाह समारोहों में डीजे संगीत पर प्रतिबंध लगाने का भी निर्णय लिया गया। उल्लंघन करने वालों पर एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा। प्रतिभावान विद्यार्थियों के लिए कॅरियर मार्गदर्शन शिविर आयोजित किए जाएंगे। बैठक में विट्ठल चावड़ा, हकरू भाई कटारा, लक्ष्मणलाल डिंडोर, रमेश पांडव सहित अन्य समाजजनों ने भी अपने विचार रखे।