राजस्थान में मौसम ने फिर बदला मिजाज, दो मिनट के वीडियो में देंखे कई जिलों में हल्की बारिश की संभावना
राजस्थान में नवंबर की शुरुआत के साथ ही मौसम ने एक बार फिर करवट ले ली है। राज्य के कई जिलों में आज भी हल्की बारिश और बूंदाबांदी की संभावना जताई गई है। राजधानी जयपुर में मंगलवार सुबह से घने बादल छाए हुए हैं, जबकि कई इलाकों में हल्की फुहारें पड़ने का दौर जारी है। मौसम में इस बदलाव के कारण लोगों को हल्की ठंड का भी अहसास होने लगा है।
मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार को भी राज्य के कई हिस्सों में बादल छाए रहे और जोधपुर, उदयपुर, अजमेर और कोटा संभाग के कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। दिन के समय हुई बारिश के चलते तापमान में गिरावट आई और दिन में सर्दी का असर बढ़ गया। खासतौर पर दक्षिणी और मध्य राजस्थान के इलाकों में हवा की दिशा में बदलाव के कारण ठंडी हवाओं का प्रभाव देखने को मिला।
मौसम केन्द्र जयपुर की रिपोर्ट के मुताबिक, 5 नवंबर को भी कोटा, उदयपुर, अजमेर और जयपुर संभागों के क्षेत्रों में आसमान में हल्के बादल छाए रहने और कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी या हल्की बारिश की संभावना बनी हुई है। वहीं, उत्तर और पश्चिमी राजस्थान के अधिकांश जिलों में मौसम साफ रहने का अनुमान जताया गया है।
मौसम विभाग ने बताया कि यह परिवर्तन पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के सक्रिय होने के कारण हो रहा है, जो इस समय उत्तरी भारत के ऊपर प्रभावी है। इस प्रणाली के कारण राजस्थान के कुछ हिस्सों में नमी बढ़ी है, जिससे बादल बन रहे हैं और छिटपुट बारिश हो रही है। विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे फिलहाल कटाई या फसलों को खुले में न रखें, ताकि बारिश से नुकसान से बचा जा सके।
जयपुर में मंगलवार सुबह से ही आसमान पूरी तरह से बादलों से घिरा रहा। शहर के कई इलाकों जैसे झोटवाड़ा, विद्याधर नगर, मालवीयनगर और टोंक रोड पर हल्की बारिश दर्ज की गई। सुबह के समय तापमान सामान्य से लगभग 2 डिग्री सेल्सियस कम रहा, जिससे लोगों को हल्की सर्दी का एहसास हुआ।
जोधपुर और उदयपुर में भी सोमवार शाम को बारिश हुई, जिससे मौसम ठंडा हो गया। वहीं, अजमेर और कोटा में भी कई स्थानों पर बूंदाबांदी हुई, जिसके चलते शाम के समय लोग गर्म कपड़ों में नजर आए।
मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दो दिनों तक राज्य के कुछ हिस्सों में बादल छाए रहेंगे, लेकिन उसके बाद मौसम फिर से साफ होने लगेगा। तापमान में मामूली गिरावट बनी रह सकती है, जिससे सुबह और शाम के समय ठंड का असर बढ़ने की संभावना है।
विभाग ने यह भी कहा है कि यह बारिश रबी फसलों के लिए लाभदायक साबित हो सकती है, क्योंकि मिट्टी में नमी बढ़ने से बोवनी के लिए अनुकूल परिस्थितियाँ बनेंगी।
राजस्थान में नवंबर महीने के पहले सप्ताह में आमतौर पर शुष्क मौसम रहता है, लेकिन इस बार पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम का यह बदलाव किसानों और आम लोगों दोनों के लिए राहत लेकर आया है।