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दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर तीन अलग-अलग हादसे, ट्रक पलटने से एक की मौत, पांच घायल

 

राजस्थान के दौसा जिले में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे सोमवार रात को फिर हादसों से दहल उठा। अलग-अलग स्थानों पर हुए तीन सड़क हादसों में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि पांच लोग घायल हुए।

पहला हादसा: ट्रक पलटा, ड्राइवर की मौत

सबसे गंभीर हादसा बड़कापाड़ा टोल के पास पिलर संख्या 228 के समीप हुआ। जानकारी के अनुसार, अदरक से भरा ट्रक तेज रफ्तार में अनियंत्रित होकर सड़क के बीचोबीच पलट गया। पुलिस ने बताया कि हादसे के वक्त ड्राइवर को नींद आ गई थी, जिससे वह वाहन पर नियंत्रण खो बैठा।

ट्रक के पलटते ही ड्राइवर मौके पर ही मौत हो गया, जबकि खलासी गंभीर रूप से घायल हो गया। ट्रक के सड़क पर पलटने से कुछ समय के लिए एक्सप्रेसवे पर यातायात ठप हो गया। स्थानीय पुलिस और होमगार्ड ने मौके पर पहुंचकर ट्रक को हटाया और यातायात सामान्य किया।

अन्य दो हादसे

रात के समय एक्सप्रेसवे पर दो अन्य दुर्घटनाएं भी हुईं। इनमें एक मोटरसाइकिल दुर्घटना और एक कार का पलटना शामिल था। मोटरसाइकिल पर सवार दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए, जिन्हें दौसा के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं कार चालक हल्के जख्मों के साथ सुरक्षित रहा।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि एक्सप्रेसवे पर रात के समय तेज रफ्तार और लापरवाही हादसों का मुख्य कारण बन रही है। उन्होंने वाहन चालकों से सावधानी बरतने, रात में नींद और थकान को ध्यान में रखने और सुरक्षित दूरी बनाए रखने की अपील की।

यातायात और सुरक्षा उपाय

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर लगातार बढ़ते हादसों को देखते हुए पुलिस ने यातायात नियंत्रक बल बढ़ाने और सुरक्षा निगरानी को तेज करने का निर्णय लिया है। अधिकारियों ने कहा कि एक्सप्रेसवे पर खासकर रात में वाहनों की रफ्तार नियंत्रित करने और ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों की गश्त बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा।

हादसों के पीछे कारण

विशेषज्ञों का कहना है कि एक्सप्रेसवे पर हादसों के पीछे तेज रफ्तार, ड्राइवर की थकान, सड़क पर अंधेरा और लापरवाही जैसे कारक प्रमुख हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि ट्रक और भारी वाहन चालक सुरक्षित समय पर विश्राम लें, और वाहन की गति को नियंत्रित रखें।

स्थानीय लोगों और यात्रियों की प्रतिक्रिया

स्थानीय लोगों और लगातार एक्सप्रेसवे पर यात्रा करने वाले यात्रियों ने कहा कि हाल के महीनों में एक्सप्रेसवे पर हादसों की संख्या बढ़ गई है। उनका कहना है कि पर्याप्त सुरक्षा और चेतावनी संकेत होने के बावजूद कुछ वाहन चालक नियमों की अनदेखी कर रहे हैं।