ये है देश की सबसे छोटी ट्रेन, जो 9 किलोमीटर पहुंचने में लगाती है 24 घंटे का समय, जानें क्यों ?
भारतीय रेलवे यात्रियों की सुविधा के लिए विभिन्न ट्रेनों का संचालन करता है, जिसमें छोटी और लंबी दूरी की ट्रेनें भी शामिल हैं। इनमें कुछ ट्रेनों की स्पीड 100 किमी तो कुछ की 60-70 किमी ही होती है. लेकिन आज हम आपको देश की एक ऐसी ट्रेन के बारे में बताने जा रहे हैं जो सबसे छोटी और सबसे धीमी है। इस ट्रेन की शुरुआत साल 2018 में की गई थी. यह ट्रेन कोचीन हार्बर टर्मिनस और एर्नाकुलम जंक्शन के बीच चलती है। यह ट्रेन आपकी कल्पना से भी छोटी है. क्योंकि आज तक आपने इतनी छोटी ट्रेन नहीं देखी होगी.
आमतौर पर आपने दर्जनों डिब्बों वाली ट्रेन देखी होगी. लेकिन इस ट्रेन में केवल तीन डिब्बे हैं जो इस ट्रेन को भारत की सबसे छोटी ट्रेन बनाती है। इस ट्रेन को दूर से देखने पर ऐसा लगता है कि ट्रैक पर सिर्फ इंजन ही दौड़ रहा है. इतना ही नहीं, इस ट्रेन की स्पीड इतनी कम है कि आप इसे साइकिल से भी ओवरटेक कर सकते हैं।
रेलवे ने इस ट्रेन का नाम डीजल इलेक्ट्रिकल मल्टीपल यूनिट (DEMU) रखा है। यह ट्रेन केरल में चलती है. देश की सबसे छोटी ट्रेन कोच्चि हार्बर टर्मिनस (सीएचटी) और एर्नाकुलम जंक्शन के बीच रोजाना सुबह और शाम चलती है। इस ट्रेन का रूट भी छोटा है और स्पीड भी सामान्य ट्रेनों की तुलना में काफी कम है.
देश की सबसे छोटी ट्रेन को 9 किलोमीटर का सफर तय करने में 40 मिनट का समय लगता है. आपको बता दें कि यह ट्रेन महज नौ किलोमीटर चलती है। रास्ते में इसका एक पड़ाव है. इस ट्रेन में 300 यात्रियों के बैठने की क्षमता है लेकिन आमतौर पर इसमें 10-12 यात्री ही सफर करते नजर आते हैं.