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ये है दुनिया की सबसे खतरनाक गुडियां, जो रहस्यमयी तरीके से हो जाती थी गायब, इंसानों जैसा करती थी बर्ताव

बच्चों को गुड़ियों से खेलना बहुत पसंद होता है। छोटे बच्चे गुड़ियों को अपना दोस्त मानकर प्यार करते हैं, लेकिन कई बार हम ऐसी कहानियां सुनते/..........
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बच्चों को गुड़ियों से खेलना बहुत पसंद होता है। छोटे बच्चे गुड़ियों को अपना दोस्त मानकर प्यार करते हैं, लेकिन कई बार हम ऐसी कहानियां सुनते हैं जिनमें गुड़िया बच्चों की दोस्त तो नहीं होती, लेकिन इतनी खतरनाक होती हैं कि बड़ों की रूह कांप जाती है। आज हम आपको एक ऐसी ही गुड़िया के बारे में बताने जा रहे हैं जिससे लोग काफी डरते थे।

आपने फिल्मों में भूतिया गुड़िया तो कई बार देखी होंगी, लेकिन हकीकत में नहीं। लेकिन दुनिया में एक भूतिया गुड़िया ऐसी भी है जिसके बारे में माना जाता है कि वह जिंदा है। दरअसल, एनाबेले क्रिएशन फिल्म में इसके बारे में जो दिखाया गया है, वह इस गुड़िया की सच्ची कहानी से अलग है।


बता दें कि इसका जिक्र सबसे पहले अमेरिकी लेखक जॉनी ग्रुएल ने अपनी एक रचना में किया था। लेकिन सच तो ये है कि ये गुड़िया उनकी जिंदगी में बेहद रहस्यमय तरीके से आई थी. दरअसल, बात वो वुट की है बात एस वाक्‍ट की है जी है बात है एस वाक्‍ट की है। उन्होंने एनाबेले डॉल को 'रेज़डी अन्ना सीरीज़' नाम की किताब के साथ बाज़ार में लॉन्च किया।

गुड़िया के पीछे की अनोखी कहानी ने लोगों को यह जानने पर मजबूर कर दिया, यह उस समय की बात है जब जॉनी ग्रुएल को यह गुड़िया अपने पिछवाड़े में मिली थी। जब उनकी बेटी मार्सेला का जन्म हुआ तो वह हर समय उसी गुड़िया से खेलती रहती थी। जब जॉनी ने अपनी बेटी को गुड़ियों से खेलते देखा तो उनके मन में रेज़डी अन्ना की कहानियाँ लिखने का विचार आया।


लेकिन उनकी बेटी मार्सेल की 13 साल की उम्र में मृत्यु हो गई। उनकी मौत का कारण संक्रमित टीका बताया गया था. मार्सेला की मौत के बाद जब रेज़डी अन्ना स्टोरीज़ बाज़ार में लॉन्च हुई तो उस गुड़िया का मॉडल भी किताब के कवर पेज पर छपा था. इसे मार्सेला को श्रद्धांजलि के रूप में लॉन्च किया गया था।

लेकिन मार्सेला की मृत्यु के बाद, असली एनाबेले गुड़िया जिसके साथ मार्सेला खेला करती थी, अचानक घर से गायब हो गई। गुड़िया वहाँ से वैसे ही रहस्यमय ढंग से गायब हो गई जैसे उस घर में आई थी। किसी को नहीं पता था कि गुड़िया कहां गई. मार्सेला ने उसके बारे में जानने की बहुत कोशिश की लेकिन वह नहीं मिली और फिर एक दिन उसे एक प्राचीन वस्तुओं की दुकान में असली गुड़िया मिल गई।


ऐसा कहा जाता है कि 1970 में डोना नाम की एक नर्सिंग छात्रा को उसकी मां ने यह गुड़िया उपहार में दी थी। लेकिन जब से डोना को गुड़िया मिली, उसने इसके बारे में कुछ अजीब बातें नोटिस कीं। डोना ने देखा कि गुड़िया अपने आप स्थिति बदल रही थी। कभी-कभी डोना गुड़िया को एक कमरे में छोड़कर बाहर चली जाती थी, लेकिन जब वह लौटती थी तो उसे गुड़िया वहां नहीं मिलती थी।

खोजने पर उसे गुड़िया घर के दूसरे कोने में मिली। एक दिन जब डोने कमरे में लौटा तो उसने गुड़िया के हाथ और पीठ पर खून के धब्बे देखे। यह सब देखकर वह बुरी तरह कांप उठी। डोना को एहसास हुआ कि उसके साथ कुछ बुरा हो रहा है। इसके बाद डोना ने तुरंत पैरानॉर्मल एक्टिविटी एक्सपर्ट्स एड और लॉरेन को बुलाया।

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