देश का ऐसा चमत्कारी मंदिर जहां पाकिस्तान से भी आते है लोग मन्नत पूरी करने, वीडियो में देखें बाबा का चमत्कार
बहुत से लोग भगवान श्री गणेश के परम भक्त हैं और भगवान गणेश के मंदिरों में माथा टेकने जाते रहते हैं, लेकिन बप्पा के कुछ मंदिर ऐसे भी हैं जो बहुत प्राचीन हैं, जिनके बारे में कम ही लोग जानते हैं। वैसे तो देश भर में हर जगह भगवान श्री गणेश के कई मंदिर हैं लेकिन कई मंदिर ऐसे भी हैं जो बहुत पुराने और प्रसिद्ध हैं। आज हम आपको ऐसे ही 5 मंदिरों के बारे में बताएंगे। आइए इस लेख में हम आपको विघ्नहर्ता भगवान गणेश के कुछ खास मंदिरों के बारे में बताते हैं।
भगवान श्री गणेश का यह मंदिर केरल में है। मधुर गणपति मंदिर को भगवान गणेश का सबसे पुराना मंदिर कहा जाता है। इस मंदिर का निर्माण 10वीं शताब्दी में हुआ था। इस मंदिर में विघ्नहर्ता भगवान गणेश की मूर्ति किस धातु से बनी है यह आज तक लोगों के लिए रहस्य है।
उज्जैन में भगवान शिव के मंदिर के बारे में तो सभी जानते हैं। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि महाकाल की इस नगरी में भगवान श्रीगणेश का चिंतामणि गणेश मंदिर भी है। इस मंदिर में भगवान श्रीगणेश की तीन मूर्तियां हैं। जिनमें से गर्भगृह में पहली मूर्ति चिंतामन के नाम से, दूसरी मूर्ति इचमन के नाम से और तीसरी मूर्ति सिद्धि विनायक के नाम से जानी जाती है।
रणथंभौर गणेश मंदिर राजस्थान के रणथंभौर में स्थित है, जो एक हजार साल पुराना है। यह मंदिर रणथंभौर किले के सबसे ऊंचे हिस्से पर स्थित है। मंदिर में भगवान श्रीगणेश का तीन आंखों वाला स्वरूप देखा जा सकता है। ऐसे में अगर आप राजस्थान जाने का प्लान बना रहे हैं तो रणथंभौर गणेश मंदिर जाकर बप्पा का आशीर्वाद ले सकते हैं।
गंगटोक में गणेश टोक मंदिर सिक्किम की राजधानी है। मंदिर के गर्भगृह में भगवान गणपति की विशाल प्रतिमा विराजमान है। एक यात्रा जो आपके लिए एक अनोखा अनुभव हो सकती है। इसके साथ ही गणेश टोक मंदिर के आसपास का नजारा बेहद खूबसूरत है, जो आपको मंत्रमुग्ध कर सकता है।
यह प्राचीन मंदिर मध्य प्रदेश के इंदौर में स्थित है जो सदियों पुराना है। इस मंदिर में विघ्नहर्ता गणेश की 3 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित है। यह मूर्ति 286 साल पहले एक चबूतरे से बनाई गई थी। इस मंदिर में बप्पा के दर्शन के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं।