दुनिया का ऐसा अनोखा देश, जहां कभी लेट नहीं होती ट्रेन, देर होने पर अधिकारियों को मांगनी पड़ती है माफी, वीडियो में देखें वो जगह जहां 1000 साल से पहाड़ पर बैठा है मेंढ़क
उत्तर भारत में पिछले कुछ दिनों से कड़ाके की ठंड पड़ रही है. इसके साथ ही कोहरे ने भी लोगों की परेशानी बढ़ा दी है. ऐसे में बस और रेल यातायात भी प्रभावित हुआ है और रेलवे रोजाना कई ट्रेनों को रद्द कर रहा है, साथ ही जो ट्रेनें चल रही हैं वो भी समय पर अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पा रही हैं. इतना ही नहीं, हमारे देश में शायद ही कोई ट्रेन अपने गंतव्य स्टेशन पर समय पर पहुंचती है।
आज हम आपको एक ऐसे देश के बारे में बताने जा रहे हैं जहां ट्रेन एक घंटा या एक मिनट या एक सेकंड भी लेट नहीं हो सकती। इतना ही नहीं, अगर कोई ट्रेन देरी से आती है तो रेलवे कर्मचारी यात्रियों से माफी मांगते हैं। जापान में ट्रेनों की टाइमिंग को लेकर कई तरह की बातें कही जाती हैं। जापान में भी लोग अपनी घड़ी का समय ट्रेन के आने के अनुसार समायोजित करते हैं।
जापान में ट्रेन घंटों लेट होती है. ट्रेन मिनटों में भी लेट नहीं होती. जापान में, यदि कोई ट्रेन लेट होती है, तो वह केवल कुछ सेकंड लेट होती है। जापान की बुलेट ट्रेन शिंकासेन के नाम यह रिकॉर्ड है कि वह कभी भी 36 सेकंड से ज्यादा लेट नहीं हुई। जापान में, रेलवे के तकनीकी और कर्मचारियों के समर्पण के कारण ट्रेनें समय पर चलती हैं।बता दें कि जापानी लोग समय के बहुत पाबंद होते हैं। हर विभाग में एक मिनट की देरी को भी गंभीरता से लिया जाता है। चाहे वह सरकारी क्षेत्र हो या निजी क्षेत्र। यदि कोई ट्रेन कुछ सेकंड लेट हो जाती है तो अगले स्टेशन पर दूसरी ट्रेन छूट जाती है। जापान रेलवे यात्रियों को प्रमाणपत्र जारी करता है। ट्रेन लेट होने पर रेलवे स्टाफ स्टेशन पर खड़ा रहता है. इसके बाद यात्रियों को विलंब प्रमाणपत्र दिया जाता है.ट्रेनों के विलंबित होने पर जापानी रेलवे अधिकारी सार्वजनिक रूप से यात्रियों से माफ़ी मांगते हैं। नवंबर 2020 में, टोक्यो और राजधानी के उत्तरी भाग को जोड़ने वाली त्सुकुबा एक्सप्रेस लाइन पर एक ट्रेन 9:44:40 के बजाय 9:44:20 पर खुली। ट्रेन खुलने से मात्र 20 सेकेंड पहले ही कुछ यात्रियों की ट्रेन छूट गयी. वहीं अगले स्टेशन पर कुछ यात्री ट्रेन का इंतजार कर रहे थे. रेलवे अधिकारियों ने घटना के लिए माफी मांगी.