दुनिया की वो 8 जगह जो नहीं लगती असली, ले जाती हैं इंसानों को दूसरी दुनिया में, खो जाएंगे आप...

इजाल के अलग-अलग तरीके पूरी दुनिया में अपनाए जाते हैं. इसमें आयुर्वेद, होम्योपैथी, एलोपैथी जैसी पद्धतियां शामिल हैं। लेकिन आज हम आपको चीन के इजाल के एक ऐसे तरीके के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके बारे में आपने शायद ही कभी सुना होगा। दरअसल, हम आपको चीन में अपनाई जाने वाली 'फायर थेरेपी' के बारे में बताने जा रहे हैं। जो कई तरह के इलाज की गारंटी देता है. इस थेरेपी में मरीज को आग से जलाकर इलाज किया जाता है।
दरअसल, चीन में फायर थेरेपी का इस्तेमाल पिछले 100 सालों से हो रहा है। यहां आज भी कई बीमारियों का इलाज आग से जलाकर किया जाता है। जिसमें सबसे पहले मरीज के शरीर पर अल्कोहल का छिड़काव किया जाता है। उसके बाद उसमें आग लगा दी जाती है. कुछ लोग इसे तनाव, अपच, बांझपन से लेकर कैंसर तक का एक खास तरह का इलाज बताते हैं। चीनी चिकित्सक पिछले 100 वर्षों से अग्नि चिकित्सा का अभ्यास कर रहे हैं। आजकल सोशल मीडिया पर फायर थेरेपी के कई वीडियो और तस्वीरें वायरल हो रही हैं।
हालाँकि, इन वीडियो के माध्यम से आप यह नहीं जान पाएंगे कि यह थेरेपी वास्तव में काम करती है या नहीं। बता दें कि हमें इस थेरेपी की प्रभावशीलता का कोई सबूत नहीं मिला है और आपको इस थेरेपी को अपनाने की गलती नहीं करनी चाहिए। क्योंकि बिना किसी एक्सपर्ट और डॉक्टरी सलाह के यह आपके लिए हानिकारक हो सकता है। आपको बता दें कि झांग फेंगाओ फायर थेरेपी ट्रीटमेंट के लिए चीन में काफी लोकप्रिय हैं। उनके अनुसार अग्नि चिकित्सा मानव इतिहास की चौथी सबसे बड़ी क्रांति है। इसने चीन और अन्य देशों की इलाज पद्धतियों को काफी पीछे छोड़ दिया है।
फेंगाओ बीजिंग के एक छोटे से अपार्टमेंट में फायर थेरेपी से लोगों का इलाज करते हैं। पहले वे मरीज की पीठ पर हर्बल लेप लगाते हैं, फिर उसे तौलिए से ढक देते हैं। फिर उस पर पानी और शराब छिड़क कर आग लगा दें. ऐसा माना जाता है कि आग की गर्मी और जड़ी-बूटियों का मिश्रण शरीर को तुरंत राहत पहुंचाता है। इलाज की यह पद्धति चीन की प्राचीन मान्यताओं पर आधारित है।