
पूरा संसार असंख्य रहस्यों से भरा पड़ा है। जिससे आम आदमी तो दूर वैज्ञानिक भी आज तक पर्दा नहीं उठा पाए हैं। आज हम आपको एक ऐसे ही रहस्य के बारे में बताने जा रहे हैं जो एक जहाज से जुड़ा हुआ है। यह जहाज अरबों रुपयों के खजाने से भरा हुआ था और समुद्र में डूब गया। इस घटना के 300 साल बाद भी इस जहाज और इस पर पड़े खजाने का कोई पता नहीं चल पाया है। तमाम खोजों के बाद भी इस जहाज और खजाने का रहस्य आज भी रहस्य ही बना हुआ है। कहानी सन् 1708 की है। सैन जोस नामक एक स्पेनिश जहाज कैरेबियन सागर जा रहा था। तभी अचानक वह डूब गया।
दरअसल, वर्ष 1708 में ब्रिटिश सेना ने स्पेन पर हमला कर दिया था। इसके बाद उन्होंने स्पेनिश खजाने का एक बड़ा हिस्सा जहाजों में भरकर ले जाना शुरू कर दिया। इस खजाने को लूटने के लिए अंग्रेजों ने 8 जून 1708 को हमला किया। इन जहाजों में सैन जोस जहाज भी शामिल था। वह कैरेबियन सागर में मौजूद थे जब अंग्रेजों ने स्पेनिश जहाज सैन जोस पर हमला किया। हमले के बाद जहाज में आग लग गई और वह धू-धू कर जलने लगा। इस दौरान सैन जोस जहाज पर सैनिकों सहित करीब 600 लोग मौजूद थे। जहाज आग से नष्ट हो गया और समुद्र में डूब गया। जहाज़ उस पर सवार सभी लोगों और 14 अरब पाउंड मूल्य के खजाने के साथ डूब गया।
जहाज़ के डूबने के बाद उसे खोजने के कई प्रयास किए गए लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला। इस जहाज को खोजने का सबसे बड़ा कारण इस पर लदा खजाना था। लगभग 300 वर्षों के बाद, खोजकर्ताओं द्वारा जहाज सैन जोस की खोज की गयी। आपको बता दें कि साल 2015 में कोलंबियाई सरकार ने इस खजाने की खोज का काम शुरू किया था। जिस संस्थान को यह कार्य सौंपा गया था, उसने टाइटैनिक के मलबे की भी खोज की थी। उसी वर्ष के अंत में वुड्स होल ओशनोग्राफिक इंस्टीट्यूशन के समुद्री पुरातत्वविदों और खोजकर्ताओं ने जहाज की खोज की।
इस जहाज की खोज करने वाले वैज्ञानिक और समुद्र विज्ञान इंजीनियर जेफ कैली का कहना है कि इस जहाज में माया साम्राज्य से लाया गया सोना, चांदी और पन्ना रखा गया होगा। स्पेन और कोलंबिया दोनों ही जहाज के साथ डूबे खजाने पर अपना दावा करते हैं। स्पेन का कहना है कि जहाज उनके थे, इसलिए यह खजाना उनका है, जबकि कोलंबिया का कहना है कि यह उनके क्षेत्र में पाया गया था, इसलिए यह उनका है।