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Israel vs Palestine:इजराइल की ही वजह से आज कर रहा है हमास उसे परेशान

इजराइल और फिलिस्तीन के बीच में फसाद बढ़ता जा रहा है। इस कदर बढ़ रहा है की न सिर्फ ये दो मुल्क बल्कि दुनिया भर में इस फसाद की चर्चा हो रही है। बहरहाल फिलीस्तीनी जमीन से हमास जिसे कई देश आतंकी संघठन मानते है, इजराइल पर हजारों रॉकेट एक के बाद छोड़ रहा है।
Israel vs Palestine:इजराइल की ही वजह से आज कर रहा है हमास उसे परेशान

इजराइल और फिलिस्तीन के बीच में फसाद बढ़ता जा रहा है। इस कदर बढ़ रहा है की न सिर्फ ये दो मुल्क बल्कि दुनिया भर में इस फसाद की चर्चा हो रही है। बहरहाल फिलीस्तीनी जमीन से हमास जिसे कई देश आतंकी संघठन मानते है, इजराइल पर हजारों रॉकेट एक के बाद छोड़ रहा है। इजराइल भी इसके बदले में जवाबी कार्रवाई कर रहा है। इस हमले के बाद से इजराइल के 8 और हमास के कब्जे वाले गाजा पट्टी में अब तक 88 लोग की मौत हो चुकी हैं। दुनिया भर में शांति की बात की जाती है लेकिन ये जंग इन सब बातो को बकवास बताती है।Israel vs Palestine:इजराइल की ही वजह से आज कर रहा है हमास उसे परेशान

इजराइल-फिलीस्तीन के इस फसाद से अनजान लोगो के लिए हमास एक अलग नाम है। इजराइल मानता है की हमास अलकायदा और इस्लामिक स्टेट (ISIS)की तरह है। लेकिन इस विवाद को जब पढ़ते है तो मालूम होता है की हमास का इजराइल के चलते ही अस्तित्व में आया है। ये ठीक वैसा ही है जैसे तालिबान का जन्म अमेरिका के वजह से हुआ। फिर तालिबान ने अलकायदा को खड़ा करने में मदद की।Israel-Gaza violence: Israel vows to continue airstrikes after fresh ...

बता दे की अरब देशों में और इजराइल के बीच की ये जान काफी पुरानी है। साल 1948 में इजराइल एक नए मुल्क के तौर दुनिया के नक्शे पर आया। अब इजराइल को जब हम देखते है तो मालूम चलता है की ये चारो ओर मुस्लिम देशों से घिरा हुआ है ओर इजराइल में सबसे अधिक निवास करते है यहूदी। हालाँकि कुछ जगहों पर अरब मूल के फिलीस्तीनी भी हैं। कई समय तक ये दोनो कौम आपस में शांति से रही लेकिन समय के साथ साथ इजराइल मजबूत हो गया और आज इसी वजह से अन्य अरब देश भी इसके सामने कुछ नहीं कर पा रहे है।Israel prepares for Gaza 'ground offensive' as rocket attacks continue ...

खैर दुन्या के नक़्शे पर आने के बाद भी इजराइल और फिलीस्तीन में संघर्ष जारी रहा। फिलीस्तीनी नेता यासिर अराफात को भारत में काफी सम्मान मिला है। उनकी खासियत ये थी की अंतर्राष्ट्रीय फोरम्स पर उनका वजूद अधिक था। जब इस स्तर पर इजराइल कमजोर पड़ने लगा तो साल 1970 के दशक के अंत में उसने फिलीस्तीन में इस कट्टरपंथी संगठन को वहां के उदारवादी फिलीस्तीनी नेताओं के सामने ला खड़ा कर दिया। यहीं हमास के नाम से जाना जाता है।Israel vs Palestine:इजराइल की ही वजह से आज कर रहा है हमास उसे परेशान

बहरहाल इस संघटन के लिए कहा जाता है की ये कमजोर है,मगर सच सब देख ही चुके है। हजारो राकेट ये वर्तमान में दाग रहा है और इसे इसके संघठन के लिए काफी फंडिंग मिलती है और कई देशो से चोरी छिपे मिलती है। बहरहाल इस सारे मामले को हम कुछ यूँ समझ सकते है की इंदिरा गांधी ने अपने शासन में भिंडरवाले को अकाली दल को कमजोर करने के लिए आगे किया जाए। और उसे भी खूब पैसा और ताकत दी गयी। जैसे तालिबान को और हमास को दी गयी। अब इसके बाद क्या हुआ वो पूरी दुनिया जानती है।Israel vs Palestine:इजराइल की ही वजह से आज कर रहा है हमास उसे परेशान

इसीलिए कभी अपनी नाक ऊँची करने के लिए अपने स्तर को नहीं गिराना चाहिए। क्यूंकि ये इंसानो को,मुल्को को, दुनिया को तबाह कर देता है।

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